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ट्रांसजेंडर के लिए डॉक्टर द्वारा बताए गए ऐसी गाइड, जिसमें लिंग पुष्टिकरण के बारे में है सम्पूर्ण जानकारी

लिंग पुष्टिकरण सर्जरी क्या होती है और यह LGBTQIA+ समुदाय को कैसे कर रही है मदद, यह सब समझने और ट्रांसजेंडर के जीवन को आसान बनाने के लिए कैसे मदद कर सकती है इसके बारे में वीजेएस ट्रांसजेंडर के सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर सी विजय कुमार ने ऐसी गाइड का निर्माण किया है जिसमें लिंग पुष्टिकरण में बारे में सम्पूर्ण जानकारी दी गयी है, आइये जानते है इस गाइड के बारे में :- 

डॉक्टर सी विजय कुमार ने बताया की जब उन्हें पहली बार एक ट्रांसजेंडर मरीज़ मिला था तो उस मरीज़ ने अपने सफर के बारे में पूरी जानकरी दी की कैसे उन्हें इलाज के बिना कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है | यह बात सुनकर इस बात का अहसास हुआ की भारत जैसे देश में ट्रांसजेंडर के लिए स्वास्थ्य सेवा में बहुत कम लोग है, यहाँ तक के हॉस्पिटल और डॉक्टर  के  बीच भी ट्रांसजेंडर लोगों से कितना भेदभाव किया जाता है, इसलिए उन्होंने इस मुद्दे में  और LGBTQIA+ समुदाय के लिए अपने सर्जरी को समर्पित करने का फैसला किया है | आइये जानते है इस सर्जरी के बारे में कुछ फैक्ट्स :- 

  1. लिंग पुष्टिकरण सर्जरी क्या होती है और इस सर्जरी को क्यों किया जाता है ? 

डॉक्टर सी विजय कुमार ने यह बताया कि लिंग पुष्टिकरण सर्जरी उन लोगों के लिए होती है, जो जेंडर डिस्फोरिया जैसी समस्या से पीड़ित होते है | यह समस्या तब होती है जब व्यक्ति की पहचान जन्म के समय निर्धारित लिंग से बिलकुल भिन्न होती है | ऐसे स्थिति में डॉक्टर कई तरह के प्रक्रियाएं और सर्जरी करते है, जो उन ट्रांसजेंडर लोगों को उनके स्व-पहचाने गए लिंग संक्रमण में मदद करती है | यह सर्जरी इसलिए की जाती है ताकि उनका शारीरक उनके लिंग पहचान से मेल खाए | 

  1. लिंग परिवर्तन के लिए पहले पड़ाव क्या होता है ? 

डॉक्टर सी विजय कुमार ने बताया की जब भी कोई ट्रांसजेंडर मरीज़ उनके पास आता है तो उनका पहले काम यही होता है की उनकी वर्तमान परिस्थितियों को समझना, आवश्कताओं को जानना, जिसका अर्थ यह है की इस बात का जानना की वह मरीज़ कौन-सा सर्जरी करवाना चाहता है | पहले कदम यही होता है की इस बात को समझना की वह परिवर्तन के लिए कौन-सी सर्जरी को करवाना चाहते है | इसके लिए उन्हें मनोचिकित्सक या फिर फिजिओलॉजिस्ट से जेंडर रीअसाइनमेन्ट सर्जरी सर्टिफिकेट की ज़रुरत होती है | सर्टीफिकेट में मूल से रूप इस बारे में बताया गया होता है की व्यक्ति डिस्फोरिआ से पीड़ित है या नहीं, इसी के साथ ही किसी अन्य समस्या या फिर वह ट्रांसफॉर्मेशन सर्जरी से गुजरने के लिए फिट है या नहीं आदि | आम-तौर पर मरीज़ को कम से कम छः महीने के लिए मनोचिकित्सक के पास रहने के लिए सुझाव दिया जाता है, ताकि वह मरीज़ सही तरह से आगणन कर सके और वह खुद को भी सर्जरी के लिए सुनिक्षित कर सके, क्योंकि सर्जरी हो जाने के बाद इससे फिर से बदला नहीं जा सकता |    

इससे संबंधित और जानकारी के लिए आप वीजेएस ट्रांसजेंडर से संपर्क कर सकते है, यहाँ के सभी डॉक्टर कॉस्मेटोलॉजिस्ट और ट्रांसजेंडर सर्जन में एक्सपर्ट है, जो आपको इससे लिंग पुष्टिकरण से संबंधित पूरी जानकारी दे सकते है, यदि आप चाहें तो इस संस्था से अपना इलाज भी करवा सकते है |

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लिंग पुष्टि सर्जरी से पहले हार्मोनल थेरेपी कैसे की जाती है ?

लिंग पुष्टि सर्जरी एक तरह की प्रक्रिया है, जिसके माध्यम से लोगों को अपने लिंग परिवर्तन में सहायता मिलती है | लिंग पुष्टि सर्जरी में कई तरह के विकल्प शामिल होते है जैसे की चेहरे की सर्जरी, निचले हिस्से की सर्जरी, ब्रेस्ट सर्जरी आदि | इस सर्जरी के परिणाम से अधिकांश लोग काफी संतुष्टि में होते है | जिसके बाद से उनकी आकृति, किसी भी तरह के कार्य करने में और जीवन को बेहतर बनाने में गुणवत्ता प्राप्त होती है |  

वीजेएस ट्रांसजेंडर क्लिनिक के सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर सी माधव किरण ने अपने यूट्यूब चैनल में पोस्ट एक वीडियो में इस  बात का जिक्र किया की लिंग पुष्टि सर्जरी के पहले कई विकल्प ऐसे भी होते है, जिन पर ध्यान देना बेहद आवश्यक होता है |  सर्जरी के पहले  कुछ मामलों में हार्मोन थेरेपी की ज़रूरत पड़ती है | इसकी प्रक्रिया और प्रतिष्ठित परिणामो के आधार पर ही हार्मोन व्यक्ति के शरीर पर बदलाव ला सकता है, जिसकी मदद से सर्जरी को काफी प्रभावी बनाया जा सकता है | लेकिन इस प्रक्रिया को करने से पहले स्वास्थ्य सेवा प्रदाता व्यक्ति के मेडिकल इतिहास के बारे में समीक्षा करेंगे, ताकि प्रदाता इस बात का सुनिक्षित कर पाए की उस व्यक्ति की शारीरक स्थिति अच्छी है और उस पर सर्जरी की प्रक्रिया की शुरुआत की जा सकती है | इस प्रक्रिया के दौरान कई तरह के परीक्षण किये जाते है , जिनमे शामिल है:- 

  • शारीरिक रूप से  सम्पूर्ण परीक्षा 
  • रक्त का परीक्षण
  • इमेजिंग का परीक्षण 

हार्मोनल थेरेपी कितने प्रकार के होते है ? 

यह दो तरह के होते है :- 

  •  मर्दाना हार्मोन थेरेपी :- इस थेरेपी का उपयोग आम-तौर पर ट्रांसजेंडर पुरुषों और नॉन-बाइनरी लोगों द्वारा शरीर में शारीरिक परिवर्तन लाने के लिए किया करते है | इस तरह के परिवर्तनो को यौन की विशेषताएं भी कहा जाता है | यह थेरेपी व्यक्ति को अपने लिंग की सही पहचान करने के साथ-साथ उसे सही ढंग से संरेखित करने में मदद भी करते है | यह थेरेपी के मासिक धर्म को रोकने का कार्य करता है और साथ ही अंडाशय में एस्ट्रोजन बनने की क्षमता को कम करने में भी सक्षम होता है | इस थेरेपी को स्वास्थ्य सेवा प्रदाता अकेले या फिर सर्जरी के साथ लेने की सलाह दे सकते है | इस थेरेपी को करने के हर व्यक्ति उसका चुनाव नहीं करता, क्योंकि इससे प्रजनन की क्षमता और यौन की प्रक्रिया को काफी प्रभावित हो सकते है, साथ ही स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती है | 
  • स्त्रीकरण हार्मोन थेरेपी :- इस थेरेपी का इस्तेमाल खासकर ट्रांसजेंडर महिला या फिर नॉन-बाइनरी लोगों द्वारा लिंग में परिवर्तन लाने के लिए करते है | इस तरह के परिवर्तन को द्वितीयक यौन की विशेष्ताएं भी कहा जाता है | इस थेरेपी से भी व्यक्ति को अपने लिंग की सही पहचान करने के साथ-साथ उसे सही ढंग से संरेखित करने में मदद  मिलता है | इस थेरेपी में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की क्रिया को रोकने के लिए स्वास्थ्य सेवा प्रदाता कुछ दवाओं की सलाह देते है, जिसमे एस्ट्रोजन हार्मोन को लेना भी शामिल होता है | एस्ट्रोजन हार्मोन के माध्यम से शरीर में बनने वाले टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की मात्रा को कम किया जाता है | यह स्त्री के द्वितीयक यौन विशेषताओं के विकास पर भी ट्रिगर करने का कार्य करता है | इस थेरेपी को भी स्वास्थ्य सेवा प्रदाता अकेले या फिर सर्जरी के साथ लेने की सलाह दे सकते है | 

इससे संबंधित किसी भी तरह की जानकारी के लिए आप वीजेएस ट्रांसजेंडर क्लिनिक नामक यूट्यूब चैनल पर विजिट कर सकते है, इस चैनल पर इस विषय संबंधित पूरी जानकारी पर वीडियो बना कर पोस्ट की हुई है | यदि आपको लिंग पुष्टि सर्जरी के बारे में और जानकारी चाहिए तो इसके लिए आप वीजेएस ट्रांसजेंडर क्लिनिक से परामर्श कर सकते है, यहाँ के डॉक्टर सी माधव किरण लिंग पुष्टि सर्जरी में एक्सपर्ट है, जिनसे आपको इस विषय में पूरी जानकारी मिल सकती है |

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स्तन प्रत्यारोपण क्या है और कैसे काम करता है?

स्तन प्रत्यारोपण को प्लास्टिक सर्जरी के सबसे लोकप्रिय प्रकारों में एक माना जाता है, जिसकी मदद से आपके स्तनों के आकर को बढ़ाया जा सकता है | यह सर्जरी करवाने वाले  उम्मीदवारों की शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य अच्छी और उनकी अपेक्षाएं वास्तविकता होनी चाहिए | आइये समझते है स्तन प्रत्यारोपण के बारे में :- 

वीजेएस ट्रांसजेंडर क्लिनिक के सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर सी माधव किरण ने अपने यूट्यूब चैनल में पोस्ट एक वीडियो के माध्यम से यह बताया कि ब्रेस्ट इम्प्लांट एक अवास्तविक उपकरण होता है, जिनके शल्य के माध्यम से आपके स्तनों में स्थापित किया जाता है | ब्रेस्ट इम्प्लमेंट एक तरह का सिलिकन खोल होता है जो सिलिकॉन जेल या फिर स्लाइन भरा हुआ होता है | 

यह प्रक्रिया प्लास्टिक सर्जन के द्वारा ही किया जाता है | कैंसर के कारण स्तन खोने के बाद आप ब्रेस्ट इम्प्लांट करवाने के विकल्प को चुन सकती है, जिसकी सहायता से आप शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ व्यक्ति बन सकते है | ब्रेस्ट का रिकंस्ट्रक्शन तब होता है जब कैंसर से पीड़ित मरीज़ अपने ब्रेस्ट इम्प्लांट करवाते है | ब्रेस्ट ऑग्मेंटेशन को बूब जॉब के नाम से भी जाना जाता है, जिसमे एक स्वस्थ व्यक्ति अपने स्तनों का आकार और आकृतिक में परिवर्तन के लिए ब्रेस्ट इम्प्लांट करवाता है |   

स्तन प्रत्यारोपण करवाने के कई कारण हो सकते है जैसे कि कई लोग इस इम्प्लांट्स द्वारा अपने स्तनों के आकार को बड़ा करवाते है | कई अन्य कारण ऐसे भी होते है जिसकी वजह से यह ब्रेस्ट इम्प्लांट्स करवाना पड़ता है, जिनमे शामिल है :- 

  • गर्भावस्था के दौरान, वजन घटने या फिर उम्र बढ़ने के बाद स्तनों के आकार काफी कम हो जाते है | जिस वजह से ब्रेस्ट इम्प्लांट करवाने के विकप्ल को चुना जाता है | 
  • स्तन का विषमता होना आम है , यदि यौवन अवस्था से पहले आप किसी एक स्तन में ऊतक को नुकसान करने का अनुभव करवाते है तो यह अधिक प्रमुख हो सकता है | 
  • जिन महिलाओं में को किसी कैंसर की वजह या फिर अन्य स्वास्थ्य स्थिति के कारण स्तनों को हटा दिया जाता है, उनमे ब्रेस्ट इम्प्लांट्स द्वारा स्त्रियोचित विशेषताओं को पूर्ण रूप से स्थापित किया जाता है और उन्हें सम्पूर्ण होने का अहसास दिलाने में भी मदद किया जाता है | 
  • स्तन आपकी लिंग पहचान की सटीक रूप से पुष्टि करने के लिए भी आपकी मदद करने में सक्षम है | 
  • स्तन प्रत्यारोपण की सहायता से आप अपने आत्मसम्मान और शरीर की छवि को बेहतर बना सकते है | 

इससे जुड़ी कोई भी जानकारी या फिर फिर आप ब्रेस्ट इम्प्लांट करवाना चाहते हो तो इसके लिए आप वीजेएस ट्रांसजेंडर क्लिनिक से परामर्श कर सकते है, यहाँ के डॉक्टर सी माधव किरण एसआरएस सर्जन & एचआरटी कंसलटेंट है, जो आपको इस विषय के बारे में पूरी जानकारी दे सकते है |

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लिंग पुष्टि सर्जरी क्या होती है और यह कितने प्रकार के होता है ?

लिंग पुष्टि सर्जरी एक ऐसी प्रक्रिया को कहा जाता है, जो लोगों को उनके लिंग में परिवर्तन करने में मदद करता है | लिंग पुष्टि

सर्जरी में ऊपर की सर्जरी, चेहरे की सर्जरी और नीचे की सर्जरी शामिल होती है | इस सर्जरी के परिणामों से ज्यादातर लोग संतुष्ट होते है, जिससे उनके शरीर का दिखना, सही तरह से काम करना और जीवन को बेहतर गुणवंता मिलना भी शामिल होता है | 

लिंग पुष्टि सर्जरी क्या होती है ?          

लिंग पुष्टि सर्जरी आपके शरीर को आपके लिंग की सही पहचान के साथ बेहतर सम्मिलित करने में मदद करता है | यदि जन्म के समय निर्धारित किया गया आपका लिंग आपके लिंग पहचान से बिलकुल अलग है तो आप लिंग पुष्टि सर्जरी का विकल्प का चुनाव करके इस समस्या का सही सम्मिलित कर सकते है | 

 

लिंग पुष्टि सर्जरी क्यों की जाती है ?  

ट्रांसजेंडर, नॉनबाइनरी या फिर लिंग विविधता से संक्रमित लोगों को  दूसरों के सामने खुद को उजागर करने में काफी परेशानी होती है | लिंग पुष्टि ही एक ऐसा विकल्प होता है जिसमे वह खुद को सही पहचान दे सके | इस सर्जरी में कई तरह की प्रक्रियाएं मौजूद है जैसे की :- 

  • वह अपने जननांगो के स्वरूप बदल सकते है | 
  • जन्म के दौरान महिला (ए.एफ.ए.बी )होने से जुड़ी शारीरिक विशेषताओं को बढ़ा या कम कर सकते है | 
  • जन्म के दौरान पुरुष (ए.एम.ए.बी )होने से जुड़ी शारीरिक विशेषताओं को बढ़ा या कम कर सकते है | 

 

लिंग पुष्टि सर्जरी कितने प्रकार के होते है ? 

  • चेहरे के पुननिर्माण की सर्जरी 
  • शीर्ष या छाती की सर्जरी 
  • जननांग या नीचे की सर्जरी 
  • चेहरे में मर्दनाकरण और स्त्रीकरण की सर्जरी 
  • हिस्टेरेक्टॉमी सर्जरी में गर्भाशय को निकाल दिया जाता है 
    • सक्रोप्लास्टी सर्जरी में योनि के बाहरी हिस्से को अंडकोष में बदल दिया जाता है
  • ऑर्किएक्टॉमी सर्जरी में अंडकोष को हटा दिया जाता है, आदि शामिल है 

 

यह सर्जरी को कितना समय लगता है ? 

इस सर्जरी कुछ प्रक्रियाएं ऐसी होती है जिन्हे एक दिन का समय ही लगता है, लेकिन अन्य  समय के साथ कई सर्जरी की आवश्यकता होती है, जैसे की एक टॉप सर्जरी को आमतौर पर एक दिन का समय लगता है वही फैलोप्लास्टी को कई सर्जरी की आवश्यकता होती है जिसमे समय काफी लगता है | अगर इस सर्जरी से जुड़ी कोई भी जानकारी लेना चाहते हो तो आप वीजेएस ट्रांसजेंडर क्लिनिक का परामर्श कर सकते है |   

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ट्रांसजेंडर जननांग ऑपरेशन के बाद क्या परिणाम या विचार अपेक्षित हैं?

इस दुनिया में दो तरह के लिंग के लोग पैदा होते है: पुरुष और महिला। इन दोनों की अपनी- अपनी पहचान होती है जो उनके अलग- अलग शरीर के स्वरूप से अंतर किया जाते है। लेकिन आज के समय में कई लोगों के विचार ऐसे हो गए है के वह अपना लिंग दूसरे लिंग में बदलना चाहते है जैसे पुरुष से महिला या महिला से पुरुष। जो के उन्नत ट्रांसजेंडर तकनीको से संभव भी हो गया है। 

आज के युग में ट्रांसजेंडर और इंटरसेक्स लोग अपनी लैंगिक अभिव्यक्ति को साकार करने के लिए कई अलग- अलग रास्तों का अनुसरण करते है। कई लोग केवल हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (एचआरटी) अपनाते हैं। अन्य लोग एचआरटी के साथ-साथ छाती पुनर्निर्माण या चेहरे की स्त्रीकरण सर्जरी (एफएफएस) सहित सर्जरी की विभिन्न डिग्री अपनाएंगे। वे यह भी तय कर सकते हैं कि बॉटम सर्जरी – जिसे जननांग सर्जरी, सेक्स रिअसाइनमेंट सर्जरी (एसआरएस), या अधिमानतः, लिंग पुष्टिकरण सर्जरी (जीसीएस) के रूप में भी जाना जाता है – उनके लिए सही विकल्प है।

बॉटम सर्जरी आम तौर पर संदर्भित करता है:

  • वैजिनोप्लास्टी
  • फैलोप्लास्टी
  • मेटोइडिओप्लास्टी 

वैजिनोप्लास्टी आमतौर पर ट्रांसजेंडर महिलाओं और एएमएबी (जन्म के समय नियुक्त पुरुष) गैर-बाइनरी लोगों द्वारा किया जाता है, जबकि फैलोप्लास्टी या मेटोइडियोप्लास्टी, आमतौर पर ट्रांसजेंडर पुरुषों और एएफएएम (जन्म के समय नियुक्त महिला) गैर-बाइनरी लोगों द्वारा किया जाता है। नीचे की सर्जरी तक, अधिकांश लोगों को इलेक्ट्रोलिसिस के माध्यम से बाल हटाने की आवश्यकता होती है। वैजिनोप्लास्टी के लिए, त्वचा पर बाल हटा दिए जाएंगे जो अंततः नियोवैजाइना की परत को शामिल करेंगे। फैलोप्लास्टी के लिए, दाता की त्वचा की जगह से बाल हटा दिए जाते हैं। 

बॉटम सर्जरी के जोखिम और दुष्प्रभाव: 

  • वैजिनोप्लास्टी की वजह से तंत्रिका क्षति के कारण आंशिक या संपूर्ण नियोक्लिटोरिस में संवेदना का नुकसान। 
  • कुछ लोग रेकटोवैजाइनल फिस्टुला एक गंभीर समस्या जो आंतों को योनि में खोल देती है।
  • वैजाइनल प्रोलैप्स भी हो सकता है, यह तब होता है जब एक महिला की पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियां, ऊतक और स्नायुबंधन कमजोर हो जाते हैं और उनमें खिंचाव आ जाता है। इसके परिणामस्वरूप अंग अपनी सामान्य स्थिति से बाहर हो सकते हैं।
  • यूरिनरी इंकॉन्टीनेंस , मूत्राशय पर नियंत्रण खोना – एक आम और अक्सर शर्मनाक समस्या है। 
  • पूर्ण मेटोइडियोप्लास्टी और फैलोप्लास्टी में मूत्रमार्ग फिस्टुला (मूत्रमार्ग में एक छेद या खुलापन) या मूत्रमार्ग सख्त (एक रुकावट) का खतरा होता है।
  • फैलोप्लास्टी से दाता त्वचा की अस्वीकृति या संक्रमण का जोखिम भी हो सकता है। 
  • स्क्रॉटोप्लास्टी से शरीर वृषण प्रत्यारोपण को अस्वीकृति करता है।  
  • वैजिनोप्लास्टी, मेटोइडिओप्लास्टी और फैलोप्लास्टी सभी मिलकर सौंदर्य संबंधी परिणाम से व्यक्ति के अप्रसन्न होने का जोखिम।

बॉटम सर्जरी से रिकवरी:

  • 3 से 6 दिन हस्पताल में रहना ही पड़ेगा, उसके बाद 7 से 10 दिन बाह्य रोगी पर्यवेक्षण बंद करें। 
  • 6 हफ्तों के लिए किसी भी प्रकार के काम से छुट्टी। 
  • वैजिनोप्लास्टी लगभग एक सप्ताह तक कैथेटर(एक ट्यूब जो आपके मूत्राशय में डाली जाती है, जिससे आपका मूत्र स्वतंत्र रूप से बाहर निकल पाता है) की आवश्यकता होती है। 
  • पूर्ण मेटोइडियोप्लास्टी और फैलोप्लास्टी तीन हफ्तों के लिए कैथेटर की आवश्यकता होती है, उस बिंदु तक जब तक आप अपने मूत्रमार्ग के माध्यम से अपने मूत्र के बड़े हिस्से को स्वयं ही शुद्ध नहीं कर सकते।
  • वैजिनोप्लास्टी के बाद, अधिकांश लोगों को आमतौर पर हार्ड प्लास्टिक स्टेंट की स्नातक श्रृंखला का उपयोग करके, पहले या दो वर्षों तक नियमित रूप से विस्तार करने की आवश्यकता होती है। 
  • निओ वेजाइना एक सामान्य योनि के समान माइक्रोफ्लोरा विकसित होता है, हालांकि पीएच स्तर बहुत अधिक क्षारीय हो जाता है। 

निशान या तो जघन बालों में, लेबिया मेजा की परतों के साथ छिपे रहते हैं, या बस इतनी अच्छी तरह से ठीक हो जाते हैं कि ध्यान देने योग्य नहीं रहते हैं।

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महिलाओं और पुरुषों में लिंग परिवर्तन की प्रक्रिया और खर्च ?

आज के समय में किसी को पाने की चाहत में लिंग परिवर्तन या जेंडर चेंज करवाना कोई बड़ी बात नहीं है, क्युकि ऐसा बहुत सी जगहों पर आपने सुना या देखा होगा की लड़के ने लड़के की चाहत में अपना लिंग लड़की में बदलवाया और लड़की ने लड़के में परिवर्तित करवाया। इसके अलावा ये पूरी प्रक्रिया कैसे की जाती है व इसका खर्च कितना आता है इसके बारे में हम आज के आर्टिकल में चर्चा करेंगे ;

जेंडर चेंज करवाना क्या है ?

  • डॉक्टर का कहना है की अक्सर वो लोग जेंडर चेंज करवाते है जिनमे जेंडर डायसफोरिया की बीमारी होती है। वही इस तरह की बीमारी में लड़का, लड़की की तरह और लड़की, लड़के की तरह जीना चाहती है। 
  • इसके अलावा कई लड़के और लड़कियों में 12 से 16 साल के बीच जेंडर डायसफोरिया के लक्षण शुरू हो जाते है।

लक्षण क्या है जेंडर डिस्फोरिया के?

  • जेंडर डिस्फोरिया के लक्षणों की बात करें तो इसमें बच्चा लड़कों या लड़कियों के विशिष्ट कपड़े पहनने से मना कर सकता है।
  • अनेक मामलों में, जेंडर डिस्फोरिया से ग्रसित व्यक्ति बचपन से ही प्राकृतिक लिंग और अपनी लैंगिक पहचान के बीच की बेमेलता का अनुभव करना शुरू कर देता है।

अगर आपमें भी कुछ उपरोक्त लक्षण नज़र आ रहे है तो ऐसे में आपको डॉक्टरों की सलाह पर ही लिंग परिवर्तन सर्जरीका चयन करना चाहिए।

 जेंडर चेंज की क्या है पूरी प्रक्रिया ?

  • सेक्स चेंज कराने के इस ऑपरेशन के कई लेवल होते है, ये प्रक्रिया काफी लंबे समय तक चलती है। 
  • वही फीमेल से मेल बनने के लिए करीब 32 तरह की प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है. और पुरुष से महिला बनने में 18 तरह की प्रक्रियाओं से। 
  • वही सर्जरी को करने से पहले डॉक्टर यह भी देखते हैं कि लड़का और लड़की इसके लिए मानसिक रूप से तैयार हैं या नहीं। 
  • उपरोक्त चीजों को करने के बाद सेक्स रिअसाइनमेंट सर्जरी की शुरुआत होती है और इसमें सबसे पहले डॉक्टर हार्मोन थेरेपी की शुरुआत करते है, यानी जिस लड़के को लड़की वाले हार्मोन की जरूरत है वो इंजेक्शन दवाओं के जरिए उसके शरीर में पहुंचाया जाता है, इस इंजेक्शन के करीब तीन से चार डोज देने के बाद बॉडी में हार्मोनल बदलाव होने लगते है, फिर इसका आगे का प्रोसीजर शुरू किया जाता है। 
  • इनको करने के बाद इसमें पुरुष या महिला के प्राइवेट पार्ट और चेहरे की शेप को बदला जाता है। 
  • फिर महिला से पुरुष बनने वाले में पहले ब्रेस्ट को हटाया जाता है और पुरुष का प्राइवेट पार्ट डेवलप किया जाता है। 
  • ब्रेस्ट के लिए अलग से तीन से चार घंटे की सर्जरी करनी पड़ती है, लेकिन ये सर्जरी चार से पांच महीने के गैप के बाद ही की जाती है। 

जेंडर चेंज करवाने की लागत क्या है ?

जेंडर चेंज या एसआरएस सर्जरी के लिए बेहतरीन हॉस्पिटल !

  • अगर आप भी डिस्फोरिया जेंडर की बीमारी से ग्रस्त है तो इसके लिए आपको एसआरएस सर्जरी को वीजे ट्रांसजेंडर क्लिनिक से जरूर करवाना चाहिए। 

निष्कर्ष :

अगर आप में से भी किसी में डिस्फोरिया ने जन्म ले लिया है तो इसके लिए आपको घबराना नहीं चाहिए बल्कि आप अगर इस तरह की समस्या का सामना कर रहे है तो आपको अपने डॉक्टर के संपर्क में आना चाहिए।

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गाइनेकोमैस्टिया सर्जरी को कब किया जाता है – जानिए क्या है इसका सम्पूर्ण खर्च ?

गाइनेकोमेस्टिया, पुरुषों में स्तन ऊतक के बढ़ने की विशेषता वाली स्थिति, अक्सर मनोवैज्ञानिक संकट और सर्जिकल हस्तक्षेप की इच्छा पैदा करती है। गाइनेकोमेस्टिया सर्जरी, जिसे पुरुष स्तन कटौती के रूप में भी जाना जाता है, आमतौर पर इस समस्या के समाधान के लिए की जाती है। इस सर्जिकल प्रक्रिया का उद्देश्य स्तन के आकार को कम करना, अधिक आनुपातिक और मर्दाना छाती का आकार बनाना है। आइए इस बारे में विस्तार से जानें कि यह सर्जरी आम तौर पर कब आयोजित की जाती है और इससे जुड़ी लागत क्या है ;

गाइनेकोमेस्टिया सर्जरी को कब किया जाता है ?

  • गाइनेकोमेस्टिया सर्जरी की सिफारिश उन व्यक्तियों के लिए की जाती है जो हार्मोनल असंतुलन, आनुवांशिकी, मोटापा या कुछ दवाओं के कारण बढ़े हुए स्तन ऊतक का अनुभव करते है। इस सर्जरी के लिए उम्मीदवार अक्सर अच्छे स्वास्थ्य और स्थिर वजन वाले होते है लेकिन अपनी छाती की दिखावट से परेशान रहते है।
  • इस प्रक्रिया में स्तनों से अतिरिक्त वसा, ग्रंथि ऊतक या दोनों का संयोजन निकालना शामिल है। यह आम तौर पर एक बोर्ड-प्रमाणित प्लास्टिक सर्जन के साथ प्रारंभिक परामर्श के साथ शुरू होता है, जो रोगी के स्वास्थ्य का मूल्यांकन करता है, अपेक्षाओं पर चर्चा करता है और सर्जिकल प्रक्रिया की रूपरेखा तैयार करता है। 
  • इसके बाद, सर्जरी निर्धारित की जाती है, जो आमतौर पर सामान्य एनेस्थीसिया के तहत की जाती है, और आवश्यक सुधार की सीमा के आधार पर इसमें कई घंटे लग सकते है।

गाइनेकोमेस्टिया के कारण क्या है ?

  • मोटापे की समस्या।
  • उम्र बढ़ने की समस्या। 
  • लिवर की बीमारी। 
  • गुर्दे की बीमारी। 
  • फेफड़े का कैंसर। 
  • टेस्टिकुलर कैंसर। 
  • थायराइड। 
  • चोट का लगना। 
  • पिट्यूटरी ग्रंथि या एड्रिनल ग्रंथि का ट्यूमर। 
  • जन्मजात विकार आदि।

कैसे की जाती है सर्जरी ?

  • सर्जरी के दौरान, अतिरिक्त ऊतक तक पहुंचने के लिए, सर्जन अक्सर एरिओला के आसपास या अंडरआर्म क्षेत्र में चीरा लगाते है। वसायुक्त ऊतक को हटाने के लिए लिपोसक्शन का उपयोग किया जा सकता है, जबकि ग्रंथि संबंधी ऊतक को हटाने के लिए छांटने की तकनीक का उपयोग किया जाता है। फिर चीरों को टांके से बंद कर दिया जाता है, और उपचार प्रक्रिया में सहायता के लिए छाती को पट्टियों या संपीड़न परिधान से लपेट दिया जाता है।
  • सर्जरी के बाद, मरीजों को पोस्ट-ऑपरेटिव देखभाल निर्देशों का लगन से पालन करने की सलाह दी जाती है, जिसमें संपीड़न परिधान पहनना, ज़ोरदार गतिविधियों से बचना और अनुवर्ती नियुक्तियों में भाग लेना शामिल हो सकता है।
  • गाइनेकोमेस्टिया सर्जरी को आपको विजाग में कॉस्मेटिक सर्जन से करवाना चाहिए।

गाइनेकोमेस्टिया सर्जरी की कुल लागत क्या है ?

गाइनेकोमेस्टिया सर्जरी की लागत कई कारकों के आधार पर भिन्न होती है, जिसमें सर्जन का अनुभव, भौगोलिक स्थिति, प्रक्रिया की सीमा और सुविधा शुल्क शामिल है। वहीं गाइनेकोमैस्टिया सर्जरी की लागत लगभग 40,000 रुपय से 1,25000 रुपय तक है। हालाँकि यह व्यक्तिगत परिस्थितियों के आधार पर अधिक या कम हो सकती है। इसके अलावा आप चाहे तो इस सर्जरी को वीजे ट्रांसजेंडर क्लिनिक से भी करवा सकते है। 

लागत में योगदान देने वाले कारक क्या है ?

सर्जन की विशेषज्ञता : 

अत्यधिक अनुभवी और प्रतिष्ठित प्लास्टिक सर्जन अपनी विशेषज्ञता और प्रदान की गई देखभाल की गुणवत्ता के लिए अधिक शुल्क ले सकते है।

सर्जरी की सीमा : 

प्रक्रिया की जटिलता और निकाले जाने वाले ऊतक की मात्रा समग्र लागत पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालती है।

भौगोलिक स्थिति : 

विभिन्न क्षेत्रों में रहने की लागत और मानक चिकित्सा शुल्क कुल खर्च को प्रभावित कर सकते है।

सुविधा शुल्क : 

सर्जिकल सुविधा, एनेस्थीसिया, चिकित्सा परीक्षण और पोस्ट-ऑपरेटिव देखभाल के लिए शुल्क कुल लागत में योगदान करते है।

गाइनेकोमेस्टिया सर्जरी पर विचार करने वाले व्यक्तियों के लिए व्यक्तिगत उद्धरण प्राप्त करने के लिए एक योग्य प्लास्टिक सर्जन से परामर्श करना आवश्यक है। इसके अतिरिक्त, कुछ स्वास्थ्य बीमा योजनाएं गाइनेकोमेस्टिया सर्जरी को कवर कर सकती है, यदि संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं के कारण इसे चिकित्सकीय रूप से आवश्यक समझा जाता है, लेकिन कवरेज व्यापक रूप से भिन्न होती है।

निष्कर्ष :

प्रक्रिया और संबंधित लागतों को समझने से व्यक्तियों को उनके उपचार विकल्पों के बारे में सूचित निर्णय लेने में मदद मिलती है। एक कुशल प्लास्टिक सर्जन के साथ परामर्श करने से सर्वोत्तम संभव परिणाम सुनिश्चित करते हुए प्रक्रिया और इसकी लागत के बारे में व्यक्तिगत जानकारी मिल सकती है।